Posts

Showing posts from June, 2017

कुछ स्वाल कुछ बातें - ताज

ताज कल भी आज  भी  ताज जिसे मैंने कई साल पहले देखा था। पिताजी की केन्द्रीय सरकार की नौकरी का सबसे बड़ा फैयादा   l t c था जिसके रहते साल दो साल में यहां वहां घूमना हो जाया करता था। उस साल पिताजी हमें दिल्ली , जयपुर आगरा का golden triangle घूमाने ले गए थे।  सर्दी की सुबह थी , धुंध थी चारों ओर! मशहूर "lady diana "  संगमरर स्टूल पे बैठे तस्वीरें खींचना जोर शोर से जारी था। कभी भाई ,कभी पिताजी फुर्ती से  'खचाक  खचाक ' तस्वीरें खींच  रहे थे।   मैं चुपचाप था। शायद वो चारबाग़ ,मुग़ल बाग़  ,फुहारे, रंग बिरंगे फूल , आस पास के  लाल बलुआ पत्थर  के मकबरे,शाही द्वार  मेरे युवा मन को लुभाने में असफल थे।  फिर कुछ ऐसा घटा मानो   पर्दा छटता हो जैसे । मद्धम मद्धम सूरज की कुछ सुनहरी  किरणे ताज पे पड़ी और पूरा नज़ारा बदल गया।  वो जिसकी तस्वीर सिर्फ किताबों में देखी थी जिसके बारे में केवल सुना था मेरे सामने ,बिल्कुल सामने था । अद्भुत , आलो...

कुछ स्वाल कुछ बातें

Beginning a new segment on my Blog. "कुछ स्वाल कुछ बातें" in Hindi. For reasons unknown,  English has always been my first choice of writing, though it's not even my mother tongue. I'm sure many of you can relate to this unique language journey. The convent schooling I received facilitated thinking and writing in what is often referred to as the 'Queen's Language, a term used to describe the standard form of English as it is spoken and written in the United Kingdom. English certainly has a broader reception and a large reader base, but I fear human emotions get lost in translation if they are not conveyed the way they are felt and dealt with.  This is a significant concern that I'm sure many of you share. I hope my tribe likes my Hindi articles!